उपभोग्य वस्तुएं अपने मूल रूप में केवल एक बार उपयोग जाती हैं, किन्तु उपयोक्त वस्तुएं बार बार उपयोग में ली जा सकती हैं तथापि उनके उपयोग-काल होते हैं जिनके बाद वे असक्षम हो जाती हैं.
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(प्रेम और मृत्यु ही नहीं यथार्थ ओर 'प्रतिबद्धता' आदि को भी कविता में उपभोग्य वस्तुएं बताया गया है और लोगों के साथ साथ प्रच्छन्न ढंग से व्योमेश के भी द्वारा) लेकिन इस तर्क में मेरा विश्वास नहीं (हाल्फ सेंचुरी के जवाब में ५०१ वाले अंदाज़ में)।
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(प्रेम और मृत्यु ही नहीं यथार्थ ओर ' प्रतिबद्धता ' आदि को भी कविता में उपभोग्य वस्तुएं बताया गया है और लोगों के साथ साथ प्रच्छन्न ढंग से व्योमेश के भी द्वारा) लेकिन इस तर्क में मेरा विश्वास नहीं (हाल्फ सेंचुरी के जवाब में ५ ० १ वाले अंदाज़ में) ।